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फोटो स्टोरी : इस चुनावी मौसम में वोट खातिर नेताजी क्या-क्या कर रहे हैं ! जाने इस रिपोर्ट में

विधानसभा चुनाव के मतदान तीन राज्यों (मिजोरम, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़) में पूर्ण होने के बाद 7 दिसम्बर को राजस्थान और तेलगांना में होेने बाकी हैं।  जैसे-जैसे मतदान तारीख नजदीक आ रही हैं, वैसे-वैसे सारे दल, बागी, और निर्दलीय जीतने के लिए धुआंधार प्रचार कर रहे हैं। लेकिन इन पांच राज्यों के चुनावी मौसम में नेताओं के प्रचार के दौरान कई अनोखें, अजीबो-गरीब तरीके देखने को मिले हैं। कहीं कोई प्रत्याशी जूता देकर बोले - वादा पूरा न करूं तो इसी से पीटना , तो कहीं घेरेलू कामों में महिलाओं के साथ हाथ बंटाए। पढ़िए दैनिक भास्कर के 'चुनाव विशेष' पेज की सहायता से तैयार की गई अणदाराम बिश्नोई की विशेष रिपोर्ट - 

Chunav Special, Election 2018,

जीत का टोटका
तेलगांना के  CM ने करवाया यज्ञ, तो इधर राजस्थान के पूर्व CM को बहन ने दिया शगुन
फोटो साभार : दैनिक भास्कर
हैदराबाद (तेलगांना) | राज्य के मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव  (केसीआर) ने सत्ता वापसी के लिए दो दिन का 75 पंडितो से यज्ञ करवाया। जिसमें केसीआर की पत्नी सहित पुरा कैबिनेट भी शामिल हुआ। फिर चुनाव प्रचार की शुरूआत की गई। यह तस्वीर टीआरएस प्रमुख केसीआर के यज्ञ की हैं, जो हाल ही के दिनों में हुआ।

Photo Credit- Dainik Bhaskar
जोधपुर (राजस्थान) | तो इधर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत  सरदारपुरा विधानसभा सीट से नामांकन भरने से पहले बड़ी बहन विमला से आशीर्वाद लेने गए। बहन ने जीत का आशीर्वाद देकर चुनाव लड़ने के लिए 500 रूपए का शगुन भी दिया।

गृह-कामों में बंटा हाथ
किसी ने बर्तन मांजे तो किसी ने देहरी लिपी, महिलाओं ने मना किया लेकिन नेताजी नहीं रूकें
Photo Credit- Dainik Bhaskar
इंदौर (मप्र) | यह फोटो संदीप जैन ने ली हैं। जो भास्कर में 19 नवम्बर को प्रकाशित हुई थी। जिसमें साफ दिख रहा हैं कि एक महिला बर्तन मांज रही हैं और पास ही एक टोकरी में पड़े कुछ बर्तनों मे से भगोने को लाल चोला व माला पहना हुआ व्यक्ति भी मांज रहा हैं। ध्यान रहे यह कोई आम व्यक्ति नहीं बल्कि  इंदौर की सांवेर सीट  से भाजपा प्रत्याशी  राजेश सोनकर हैं। जो शनिवार को वोट मांगने घरों में निकले थे। इसी बीच प्रत्याशी सामान्यत: एक घर में वोट मांगने गए, जहां पर पहले से ही महिला रसोई में बर्तन मांज रही थी। यह देखकर नेताजी ( भाजपा प्रत्याशी)  भी बर्तन मांजने बैंठ गए और वोट की अपील करने लगें। महिला ने बर्तन मांजने से मना भी किया लेकिन नेताजी चुनावी मौसम को भांपते हुए नहीं रूकें।

Photo Credit- Dainik Bhaskar
डबरा(मप्र) | दुसरी तस्वीर  डबरा मध्यप्रदेश की हैं। जिसमें भाजपा के बागी तथा वर्तमान में शिवसेना के प्रत्याशी  दिनेश खटीक महिला के साथ देहरी लिपते दिख रहे हैं। तस्वीर को ध्यान से देखें तो पता चलता हैं कि गले में माला डाले हुए नेताजी देहरी के नीचे खड़े हैं और एक हाथ से पानी का छींटा भी मार रहे हैं।  वहीं नेताजी का दुसरा हाथ देहरी पर टीका हैं। देहरी पर सफेदी से रंगोली की तरह कुछ बना हुआ दिख रहा हैं। जिसके दुसरी तरफ महिला खड़ी हैं। भास्कर में प्रकाशित खबर के अनुसार महिला ने नेताजी को देहरी लिपने से मना भी किया। परन्तू नहीं माने और कहने लगें - मुझे नोट दीजिए तो ऐसे ही घर के सारे काम करूगां।

Photo Credit- Dainik Bhaskar
लाडपुरा | यह तस्वीर आम गृहणी की नहीं बल्कि भाजपा प्रत्याशी (लाडपुरा) और पूर्व युवरानी कल्पना देवी की हैं। वाक्या उस वक्त का हैं, जब कल्पना घर-घर जाकर जनसम्पर्क कर रही थी। युवती को चूल्हे पर रोटी बनाते देख, कल्पना ने हाथ बंटाया और खुद रोटियां सेकनें लगी। साथ ही वोट की अपील भी की।

फार्मिंग और टेलरिंग भी
नेताओं के रूप अनेक : कहीं दर्जी तो कहीं किसान
Photo Credit- Dainik Bhaskar
महबूबाद (तेलगांना) | यह तस्वीर एक दर्जी के घर की हैं। सिलाई मशीन को चला रहे दर्जी नहीं बल्कि तेलगांना की मेहबूबाद विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी जाटोत हुसैन नायक हैं। प्रचार पर निकले नायक, दर्जी का वोट लेने के लिए सिलाई करने लगें। हाल ही में भास्कर में प्रकाशित हुई खबर के अनुसार  नायक किसान का हल चलाने, नाई की दुकान पर लोगों की दाढ़ी तक बना रहे हैं।

Photo Credit- Dainik Bhaskar
चोपदंडी (तेलगांना) | यह तस्वीर भी तेलगांना राज्य से हैं, जिसमें साफ दिख रहा है कि तीन व्यक्ति एक ही रंग का (लाल) गमच्छा पहने , किसान के पास बैठें हैं। इन में से बीच में हैं, सफेद पेन्ट-शर्ट व लाल गमच्छे में टीआरएस प्रत्याशी सुके रविशंकर। जो वोट खातिर किसान के घर पर भुट्टे छिल रहे हैं। हाल हीं में भास्कर में प्रकाशित खबर के मुताबिक  वोट मांगने के दौरान रविशंकर घरों मेंं कपड़े प्रेस करना, मजदुरों के साथ ईंट उठाई और  या तक की बैंड-बाजा वालों के साथ पुंगी व ढोल भी बजाते हैं।

पैर पड़ना
राहगीर के पैर तब तक नहीं छोड़ते, जब तक वोट का आश्वासन नहीं मिलता
Photo Credit- Dainik Bhaskar
गुना (मप्र) | यह तस्वीर अमित शर्मा ने ली है, जो मध्यप्रदेश के गुना की हैं। तस्वीर में सपाक्स दल के प्रत्याशी जगदीश खटीक जीत के लिए हर राहगीर का पैर पकड़ते नजर आ रहे हैं। तब तक नहीं छोड़ते जबतक जीत का आशीर्वाद नहीं देते।

Photo Credit- Dainik Bhaskar
दौसा (राज.) | तस्वीर में सफेद चटाई पर एक व्यक्ति दंडवत नजर आ रहा हैं। जो भगवान के आगे नहीं बल्कि भरे बाजार में बीच रोड़ पर जनता के आगें हैं। इससे दुसरा पहलू यह भी झलकता हैं कि जो नेता पांच साल में कभी जनता की सुध तक लेने नहीं आए और अब किस तरह के ड्रामें कर रहे हैं। आपको बता दे कि दंडवत हुए यह शख्स भाजपा प्रत्याशी ओम प्रकाश हूडला हैं। जो लोगों से इस तरीके वोट मांग रहे हैं।

जलवा निर्दलीयों का...
कोई पीटने के लिए चप्पल दे रहा है तो किसी ने जमीन गिरवी रखी
Photo Credit- Dainik Bhaskar
कोरातला (तेलगांना) | यह तस्वीर तेलगांना के कोरातला क्षेत्र की हैं। जिसमें निर्दलीय उम्मीदवार अकला हनुमंत वोटरों को चप्पल दे रहे हैं और कह रहे हैं कि जीतने के बाद वादें पुरें नहीं किए तो इसी चप्पल से पीटना।

जोधपुर (राज.) | वहीं दुसरी तस्वीर राजस्थान के औसियां विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार विशेक विश्नोई के 16 वादों की हैं। जिसमें आप साफ तौर पर देख सकते हैं कि वादें पुरा न करने पर अपनी 16 बीघा जमीन जनता को सुपुर्द करने की बात कहीं गई हैं। इसके अलावा विश्नोई अपने प्रचार के तौर-तरीको को लेकर भी काफी सुर्खियों में हैं। कभी ऊंट गाड़ी पर प्रचार करते हैं तो कभी चुनाव चिह्न खटिया (चारपाई) को साथ में लेकर।

प्रचार का अंदाज अनोखा
प्रत्याशी कहीं कच्ची घोड़ी के साथ, तो कही खाट पर बैठकर कर रहे प्रचार
Photo Credit- Dainik Bhaskar
बगरू (राज.) | जयपुर की बगरू सीट से चुनाव लड़ रहे हैं भाजपा प्रत्याशी कैलाश वर्मा मतदाताओं को लुभाने की अलग-अलग तरकीब अपना रहे हैं। इस तस्वीर में रंगीला साफा बांधे वर्मा कच्ची घोड़ी के साथ प्रचार करते नजर आ रहे हैं।

Photo Credit- Dainik Bhaskar
कोटड़ा (राज.) | इस तस्वीर को शाहिद खान पठान  ने  राजस्थान के आदिवासी बहुल क्षेत्र झाड़ेल विधानसभा के छालीबोकड़ा ग्रामीण एरिया से ली हैं। जिसमें नेताजी  को कुछ समर्थक  खाट (चारपाई)  पर बैंठाकर रोड़ शो कर रहे हैं। आपको बता दे कि खाट पर विराजमान दिख रहे नेताजी  सोहनलाल परमार निर्दलीय प्रत्याशी हैं।

तो देखा आपने ! इस चुनावी मौसम में सत्ता को पाने के लिए किस तरह के तरीके अपनाए जा रहे हैं। कॉमेंट करके बताइए , आपको यह आलेख कैसा लगा ? और इसे शेयर करना बिल्कुल मत भूलिए।
✍ अणदाराम बिश्नोई


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