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यह है महानगर दिल्ली की सड़के, पटाका बैन के बावजुद भी धुंध की ओट में

फोटो खुद बंया कर रही है हकीकत
जरा फोटो को बड़े की गौर से देखिए, आखिर क्या असर हुआ पटाका बैन का। हाँ ,इतना जरूरी है की धर्म के नाम सुफ्रीम कोर्ट की टांग अड़ाने की इच्छा जरूरी पुरी हो गई। जनाब पिछली बार भी पटाका बैन न होने के बावजुद भी यही हालात थे। और अब कौनसे बदल गये। 
दिपावली से पहले पटाका जुगाड़ की भी खबरे बहुत चली थी। असल में कई लोगो ने तो जुगाड़ करके सुफ्रीम कोर्ट की हेकड़ी भी उतारने की कोशिश की। 

अब देखते है, क्या SC हैप्पी न्यु ईयर पर भी पटाका बैन करेगा,क्यो की पर्यावरण संरक्षण का बोझ जो सारा सुफ्रीम कोर्ट के उपर है!!!!
बेचारे की याददाश्त बकरा ईद पर , क्रिसमस पर ,शादियो के सीजन में, नेताओ की जीत पर ,पता नही कहां चली जाती है???   लेकिन हिन्दु धर्म के त्योहार पर कौन बादाम खिला देता की झट से पटाका बैन जैसे फैसला दे देता है। 

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