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SSC घोटाले की सुनवाई, सुफ्रीम कोर्ट ने दिये अहम निर्देश

एसएससी परीक्षाओं में धांधली और भ्रष्टाचार से संबंधित मामले पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने आज बड़ा फ़ैसला सुनाया है। देश की शीर्ष अदालत ने एसएससी छात्रों के वकील प्रशांत भूषण को एक सप्ताह में इस मसले पर डीओपीटी सचिव को रिप्रेजेंटेशन देने को कहा है।
साथ ही, केंद्र सरकार को निर्देश दिया कि अगले 6 सप्ताह में रिप्रेजेंटेशन में उठाये गंभीर मुद्दों पर आदेश जारी करे।

फैंसले का स्वागत
अदालत के निर्देश का स्वागत करते हुए युवा हल्लाबोल आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अनुपम ने कहा कि आज का यह फ़ैसला एसएससी छात्रों के लिए एक सकारात्मक दिशा में बढ़ा कदम है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार अब भी देश की 65% युवा आबादी के सबसे गम्भीर मुद्दे पर सुनवाई करे और छात्रों को भरोसा दिलाये कि सरकारी नौकरियों में चयन ईमानदारी और मेरिट से होगा, न कि पैसा या पैरवी से। अनुपम ने कहा कि देशभर के युवा अब इस मसले पर एकजुट हो रहे हैं और आने वाले समय में अपने हक़ के लिए बड़े से बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे।

यह भी पढ़े SSC घोटाला : सरकार ने नहीं सुनी तो जला डाले प्रवेश पत्र और किया परीक्षा का बहिष्कार ( क्लिक करें )

क्या है ssc घोटाला
17 से 21 फरवरी तक SSC नें गणित तथा अंग्रेजी की परीक्षाएँ आयोजित करवाई थी। गणित की परीक्षा से पहले आंसर-की सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। छात्रो ने आरोप लगाया की ऑनलाईन पेपर में एनी Admin,एनी Desk जैसे कुछ सॉफ्टवेयर का उपयोग करके परीक्षा केन्द्र के अंदर बैठे परीक्षार्थियों के पेपर हल किये गये। आपको बता दे की इसी जुड़े कुछ स्क्रीन शॉट वायरल हुवें थे।

जब SSC को यह सब पता चला तो अधिकारियों ने पेपर का समय बदल दिया लेकिन गड़बड़ी की बात को स्वीकार नहीं किया।
उसके बाद छात्रो ने दो सप्ताह से ज्यादा समय तक ssc मुख्यालय के बाहर सीजीओ कॉप्लेक्स पर धरना प्रदर्शन किया फिर 15 दिन का समय सरकार को दिया था। लेकिन सरकार ने इस संबंध मे कोई कदम नही उठाया।फिर  सुफ्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिये जनहित याचिका स्वीकार की और अब यह सुफ्रीम कोर्ट मे मामला चल रहा हैं।
दिल्ली टीवी न्युज नेटवर्क

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