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मांओ के इन लालों की किसको फिक्र !

दिल्ली में डीटीसी बसों से लटकतें स्कूली बच्चे, कभी भी हो सकता बड़ा हादसा, हर कोई देख रहा हैं फिर भी चुप।  मांओ के इन लालों की क्यों नही हो रही किसी को फिक्र ! दिल्ली की डीटीसी बसों में गेट के बाहर लटक यात्रा करते हुएं • फोटो : अणदाराम बिश्नोई नई दिल्ली | दिल्ली की चलती डीटीसी बसों से स्कूली स्टुडेन्ट्स का गेट से बाहर लटककर  यात्रा करना  लगता हैं अब आम बात हो गई। ऐसा ही एक नजारा ईस्ट ऑफ कैंलाश में देखने को मिला। स्टुडेन्ट्स की  यह मजबूरी हैं या लापरवाही । यह गंभीर समस्यां हैं। क्योकि अगर यह सबकुछ ऐसा ही चलता रहा तो कोई बड़ा हादसा होने में देर नहीं लगेगी। प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए। सवाल यह भी कि नियमानुसार चलती बस का गेट बंद रहना चाहिए  तो इन बच्चो की सुरक्षा की दृष्टी से सह-चालक मना क्यो नहीं करते। दुसरा पहलू यह भी सामने आता है कि इन स्कूली बच्चो की मजबूरी भी रहती हैं। क्योकि डीटीसी बसों की रूट फ्रीक्वेंसी कम होती हैं ,जब स्कुल की छुट्टी हो जाती हैं। ✍ अणदाराम बिश्नोई  ↔↔↔↔↔↔ 🆓 आप अपना ई- मेल डालकर हमे free. में subscribe कर ले।ताकी आपके नई पोस्ट की सुचना मिल सके

नई दिल्ली : JACP नें निकाला केन्डेल मार्च, कहा- नीतिश दें इस्तीफा

दिल्ली यूनिवर्सिटी के सत्यवती कॉलेज में केन्डेल मार्च। JACP नें निकाला केन्डेल मार्च। देश में बच्चियों की सुरक्षा को लेकर जताई चिंता। सत्यवती कॉलेज में केन्डेल मार्च निकालते JACP कार्यकर्ता मालूम हो कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम ( बालिका-गृह ) में मासूम बालिकाओं के साथ अत्याचार की आग अभी ठंडी भी नही हुई कि आज योगी जी के राज्य उत्तरप्रदेश के देवरिया जिले के शेल्टर होम में मासूमों के साथ बर्बरता की बात जँगल में आग की तरह फैलने लगी है । जो इशारा करता है कि अगर सही से जांच की जाय तो देश के बहुत सारे शेल्टरों में हो रहे हैवानियत का भण्डा फुट सकता हैं। और सत्ता अफसरों से हो रहे इस खेल में कई चर्चित नामचीन लोग का  चेहरा बेनकाब हो सकता हैं । इसी को लेकर JACP  व संरक्षक पप्पूयादव  के निर्देश से विशाल कैंडल मार्च निकाली गई । जिसमें पार्टी के महासचिव फाजिल अहमद ,छात्र अध्यक्ष जैद खान , मनोज गुप्ता ,अछ्य चूक , धीरज रंजन , आशुतोष रॉय ,अखिलेश चौधरी, अंकित तिवारी, लक्ष्य सिंह , राजेश ,मनीष ,बिकु आदि लोगों  इसमें शामिल हुए मार्च के उपरांत बच्चियों के लिये 2 मिनट का मौन व्रत रखा गया और इसके साथ