सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

आज की बड़ी खबरें : 12 सितम्बर 2018

राजस्थान की बड़ी खबरें , देश विदेश की बड़ी खबरे शॉर्ट में, ताजा हैंडलाइन्स

Today latest news, DelhiTV news, ताजा खबर


देश-
1. 3 महीने चली पड़ताल का दावा, खतरें में हैं आधार सॉफ्टवेयर
अगर दावा सच तो , 1 अरब भारतीयों के डेटा खतरें में
हाफइंडिया पोस्ट की रिपोर्ट में हैं यह दावा
UIDAI ने दी सफाई , कहा- यह सब भ्रम फैला रहे हैं

2. नेशनल हेराल्ड केस: स्मृति ईरानी ने राहुल-सोनिया पर साधा निशाना, कहा- राहुल की कंपनी नें 50 लाख देकर 90 लाख का लिया लोन
साथ ही कहा , राहुल की कंपनी ने टैक्स नियमों का किया उल्लघंन

3. आगरा: शहर में धारा 144 लागू, फिर भी SC/ST एक्ट विरोध का जिद करने पर कथावाचक देवकीनन्दन को किया गिरफ्तार
पुलिस ने फिर किया  देवकीनन्दन ठाकुर को रिहा

4. कलकत्ता : आंध्रप्रदेश व राजस्थान  के बाद  ममता ने घटाए पेट्रोल-डीजल के दाम
पश्चिम बंगाल में आज से 1 रूपए सस्ता मिलेगा पेट्रोल-डीजल

5. राहुल गांधी के जीजा रॉबर्ट वाड्रा ने पेट्रोल के बढ़ते दामो को लेकर सरकार पर साधा निशाना
साईकिल पर सवार होकर फेसबुक पर की पोस्ट

6. PM मोदी ने आशा-आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दिया तोहफा,
इनका मानदेय 3000 से बढ़ाकर 4500 रूपया किया

7. PNB बैंक घोटावा : मेहुल चौकसी पहली बार कैमरे के सामने, एक भारतीय निजी टीवी चैनल को इंटरव्यू भी दिया
कहा- मै कभी भारत नहीं लौंटुगां, जानबूझकर सरकार ने मेरी परेशानियां बढ़ाई

विदेश-

1. नेपाल ने दिया भारत को झटका, सैन्य अभ्यास में नहीं भेजा सैनिको को भारत

2. पाकिस्तान के पूर्व PM की पत्नी कुलसूम का लंदन में हुआ निधन
 नवाज शरीफ व उनकी बेटी मरियम भ्रष्टाचार के मामले को लेकर हैं जेल में

3. अमेरिका राष्ट्रपति ट्रम्प और उत्तर कोरियाई शासक किमं जोग मिल सकते हैं एक फिर,
किम ने भेजी चिट्ठी, ट्रम्प ने जताई मिलने की इच्छा

4. इस्लामाबाद : पाकिस्तान में आयी पानी की किल्लत, PM इमरान ने मांगी बांध बनाने में सहायता

राजस्थान- 

1. राजस्थान छात्रसंघ चुनाव : NSUI और ABVP को बड़ा झटका, कई जगह निर्दलियों नें मारी बाजी
पहली बार निर्दलीय के रूप में अध्यक्ष पद विनोद जाखड़ जीतें : RU

2. करौली : कांग्रेस का आयोजित हुआ "विजय सकल्प " कार्यक्रम, जमा हुई काफी भीड़
 गहलोत,सचिन सहित कई दिग्गज नेता हुएं शामिल

3. चुरू: CM राजे ने गौरव यात्रा के दौरान  जनता को किया संबोधित
वहीं कांग्रेस ने साधा निशाना, गहलोत ने कहा- गौरव यात्रा नहीं, यह वसुन्धराजी की विदाई यात्रा हैं

4. जयपुर: एयरपोर्ट पर चप्पल की सोल में पकड़ा गया सोना,
सोना का वजन 1.360 ग्राम, कस्टम विभाग ने तलाशी के दौरान पकड़ा
↔↔↔↔↔↔
🆓 आप अपना ई- मेल डालकर हमे free. में subscribe कर ले।ताकी आपके नई पोस्ट की सुचना मिल सके सबसे पहले।
⬇⏬subscribe करने के लिए इस पेज पर आगे बढ़ते हुये ( scrolling) website के अन्त में जाकर Follow by Email लिखा हुआ आयेगा । उसके नीचे खाली जगह पर क्लिक कर ई-मेल डाल के submit पर क्लिक करें।⬇⏬
फिर एक feedburn नाम का पेज खुलेगा।  वहां कैप्चा दिया हुआ होगा उसे देखकर नीचे खाली जगह पर क्लिक कर उसे ही लिखना है। फिर पास में ही " ♿complate request to subscription" लिखे पर क्लिक करना है।
उसके बाद आपको एक ई मेल मिलेगा। जिसके ध्यान से पढकर पहले दिये हुये लिंक पर क्लिक करना है।

फिर आपका 🆓 मे subscription.  पुर्ण हो जायेगा।

आपको यह पोस्ट कैसा लगा, कमेन्ट बॉक्स मे टिप्पणी जरूर कीजिए।।साथ ही अपने दोस्तो के साथ पोस्ट को शेयर करना मत भूले। शेयर करने का सबसे आसान तरीका-
☑ सबसे पहले उपर साइट मे "ब्राउजर के तीन डॉट पर " पर क्लिक करें करें।
☑ फिर  "साझा करे या share करें पर " लिखा हुआ आयेगा। उस पर क्लिक कर लिंक कॉपी कर ले।
☑ फिर फेसबुक पर पोस्ट लिखे आप्शन में जाकर लिंक पेस्ट कर दे।इसी तरह से whatsapp. पर कर दे।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

राजनीति में पिसता हिंदू !

कांग्रेस की जयपुर रैली महंगाई पर थी, लेकिन राहुल गांधी ने बात हिंदू धर्म की. क्यों ? सब जानते है कि महंगाई इस वक्त ज्वलंत मुद्दा है. हर कोई परेशान है. इसलिए केंद्र की मोदी सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस ने राष्ट्रव्यापी रैली के लिए राजस्थान को चुना. लेकिन बात जो होनी थी, वो हुई नहीं. जो नहीं होनी चाहिए थी, वो हुई. साफ है कि हिंदुस्तान की राजनीति में धर्म का चोली-दामन की तरह साथ नजर आ रहा है. भारतीय जनता पार्टी मुखर होकर हिंदू धर्म की बात करती है. अपने एजेंडे में हमेशा हिंदुत्व को रखती है. वहीं 12 दिसंबर को जयपुर में हुई कांग्रेस की महंगाई हटाओ रैली में राहुल के भाषण की शुरुआत ही हिंदुत्व से होती है. राहुल गांधी ने कहा कि गांधी हिंदू थे, गोडसे हिंदुत्ववादी थे. साथ ही खुलकर स्वीकर किय़ा वो हिंदू है लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं है. यानी कांग्रेस की इस रैली ने एक नई बहस को जन्म दे दिया है. बहस है- हिंदू बनाम हिंदुत्ववादी. इस रैली का मकसद, महंगाई से त्रस्त जनता को राहत दिलाने के लिए सरकार पर दबाव बनाना था. महंगाई हटाने को लेकर अलख जगाने का था. लेकिन राहुल गांधी के भाषण का केंद्र बिंदु हिंदू ही रह...

डिग्री के दिन लदे, अब तो स्किल्स दिखाओं और जॉब पाओ

  भारत में बेरोजगारी के सबसे बड़े कारणों में प्रमुख कारण कार्य क्षेत्र के मुताबिक युवाओं में स्किल्स का भी नहीं होना है। साफ है कि कौशल को बढ़ाने के लिए खुद युवाओं को आगे आना होगा। क्योंकि इसका कोई टॉनिक नहीं है, जिसकी खुराक लेने पर कार्य कुशलता बढ़ जाए। स्कूल की पढ़ाई खत्म करने के बाद युवाओं को लगता है कि कॉलेज के बाद सीधे हाथ में जॉब होगी। ऐसे भ्रम में कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा हर दूसरा स्टूडेंट रहता है। आंखें तब खुलती है, जब कॉलेज की पढ़ाई खत्म होने के बाद बेरोजगारों की भीड़ में वो स्वत :  शामिल हो जाते है। क्योंकि बिना स्किल्स के कॉर्पोरेट जगत में कोई इंटरव्यू तक के लिए नहीं बुलाता है, जॉब ऑफर करना तो बहुत दूर की बात है। इंडियन एजुकेशन सिस्टम की सबसे बड़ी कमी- सिर्फ पुरानी प्रणाली से खिसा-पीटा पढ़ाया जाता है। प्रेक्टिकल पर फोकस बिल्कुल भी नहीं या फिर ना के बराबर होता है। और जिस तरीके से अभ्यास कराया जाता है, उसमें स्टूडेंट्स की दिलचस्पी भी उतनी नहीं होती। नतीजन, कोर्स का अध्ययन के मायनें सिर्फ कागजी डिग्री लेने के तक ही सीमित रह जाते है।   बेरोजगारों की भी...

आधुनिकता की दौड़ में पीछे छूटते संस्कार

किसी भी देश के लिए मानव संसाधन सबसे अमूल्य हैं। लोगों से समाज बना हैं, और समाज से देश। लोगों की गतिविधियों का असर समाज और देश के विकास पर पड़ता हैं। इसलिए मानव के शरीरिक, मानसिक क्षमताओं के साथ ही संस्कारों का होना अहम हैं। संस्कारों से मानव अप्रत्यक्ष तौर पर अनुशासन के साथ कर्तव्य और नैतिकता को भी सीखता हैं। सबसे बड़ी दिक्कत यह हैं कि स्कूल और कॉलेजों में ये चीजें पाठ्यक्रम के रूप में शामिल ही नहीं हैं। ऊपर से भाग दौड़ भरी जिंदगी में अभिभावकों के पास भी इतना समय नहीं हैं कि वो बच्चों के साथ वक्त बिता सके। नतीजन, बच्चों में संस्कार की जगह, कई और जानकारियां ले रही हैं। नैतिक मूल्यों को जान ही नहीं पा रहे हैं।  संसार आधुनिकता की दौड़ में फिर से आदिमानव युग की तरफ बढ़ रहा हैं। क्योंकि आदिमानव भी सिर्फ भोगी थे। आज का समाज भी भोगवाद की तरफ अग्रसर हो रहा हैं। पिछले दस सालों की स्थिति का वर्तमान से तुलना करे तो सामाजिक बदलाव साफ तौर पर नज़र आयेगा। बदलाव कोई बुरी बात नहीं हैं। बदलाव के साथ संस्कारों का पीछे छुटना घातक हैं।  राजस्थान के एक जिले से आई खबर इसी घातकता को बताती हैं। आधुनि...