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SSC घोटाला : सरकार ने नहीं सुना तो जला डाले प्रवेश पत्र और किया परीक्षा का बहिष्कार

युवा हल्ला बोल के छात्रों नें देशभर में एसएससी के प्रवेश पत्र को जलाकर  परीक्षा बहिष्कार का किया फैसला

SSC पीड़ीत छात्र नई दिल्ली में प्रवेश पत्र जलाते हुवें

देश भर में एसएससी छात्रों ने सरकारी उदासीनता और अपनी समस्याओं के प्रति असंवेदनशीलता के विरोध में अपना प्रवेश पत्र जलाकर परीक्षाओं में भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन किया । छात्रों का विरोध प्रदर्शन  देशभर में दिल्ली,जयपुर,पटना, इलाहाबाद, वाराणसी, लखनऊ,  भोपाल,ग्वालियर बैंगलोर ,कानपुर,भागलपुर,मधेपुरा,राँची,कोलकाता,अहमदाबादऔर रोहतक जैसे बड़े शहरों सहित छोटे-छोटे अन्य शहरों में भी हुआ।एक महीने से भी ज्यादा दिनों से अपने हक के लिए लड़ रहे छात्रों ने इस विरोध प्रदर्शन के माध्यम से भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई को जारी रखा है।छात्रों की इस मुहिम को देशभर के छात्रों का समर्थन मिल रहा है।

पीड़ीतो ने यूँ बयाँ किया अपना दर्द
एसएससी घोटाले के खिलाफ विरोध करने वाले छात्रों में से एक छात्र ने कहा, "सरकार ने पहले हमारे आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश की और जब हमने एक रैली आयोजित की तब उसपर पुलिस बल का इस्तेमाल किया गया, लेकिन हम हार नहीं मानने वाले।हम सबने सांकेतिक रूप से एसएससी का बहिष्कार अपना एडमिट कार्ड जला कर किया है और हम तब तक लड़ते रहेंगें जब तक हम एसएससी में व्यापक भ्रष्टाचार को उखाड़ फेंक न देंगें "

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छात्र जगाते रहे परन्तु सरकार सोती रही !
एसएससी उम्मीदवारों ने सीजीओ परिसर के बाहर विरोध में 18 दिन तक लगातार प्रदर्शन किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। 18 वें दिन, छात्रों ने सरकार को एक 15 दिवसीय अल्टीमेटम दिया, लेकिन सरकार ने कोई एक्शन नही लिया । अल्टीमेटम समाप्त होने के बाद, हजारों छात्रों ने दिल्ली के संसद मार्ग में 31 मार्च को "युवा हल्ला बोल" रैली का आयोजन किया था। वहां पर न्याय के बजाय पीड़ीतो (छात्र) को पुलिस की लाठियों मिली थी। जिसमें काफी संख्या में छात्र घायल हो गये थे।

चूंकि सरकार युवाओं के भविष्य के प्रति उदासीन है, विरोध करने वाले छात्रों ने विरोध प्रदर्शन को देश के सभी शहरों तक ले जाने का फैसला किया और ठान लिया है कि न्याय मिलने तक आन्दोलन को जारी रखेंगे ।
✍ दिल्ली टीवी न्युज नेटवर्क

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